स्थान: हर की पौड़ी, हरिद्वार
हरिद्वार जाना हो और हरि की पौड़ी जाना ना हो, ऐसा कैसे हो सकता है.
लेकिन सबसे ज्यादा विहंगम दृश्य शाम की आरती का होता है, दुर्भाग्य से इस बार वो नही देख सका.
चलिये हम आपको ले चलते है, चित्रमय भारत यात्रा पर.और हाँ आप भी इसमे भाग ले सकते है,भारत सम्बंधित चित्र भेजकर. तो देर किस बात की है, हो जाइये शुरु आप भी.और देखिये ये साइट रोज़ाना
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